हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "वसलुश् शिया,,पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال رسول الله صلی الله علیه وآله وسلم
أَفْضَلُ الْأَعْمَالِ فِی هَذَا الشَّهْرِ الْوَرَعُ عَنْ مَحَارِمِ اللَّهِ
हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने फरमाया:
माहे रमज़ानु उल मुबारक का बेहतरीन अमल अल्लाह तआला की हराम की हुई चीज़ों से दूरी अख्तियार करना,
वसलुश् शिया,भाग 10,पेंज 314